395 km cycle riding in 3 days
Hello. As a preparation for "Yoga for fitness" initiative of Niramaya Yoga Prasar and Sanshodhan Kendra, Parbhani, Maharashtra, recently I cycled 395 kms in 3 days from Pune to Parbhani. I had done three stages. First from Pune to Ahilyanagar (123 kms), then from Ahilyanagar to Beed (130 kms) and the last stage from Beed to Parbhani (142 kms). Despite of rains and muddy track, I enjoyed it. On the way I also met school students and had interactions with others. The time duration for this cycle ride was just double of a bus travel on the same route. With regular practice, a cycle almost works like a scooty!
Monday, July 28, 2025
Tour de Parbhani!
Friday, December 6, 2024
Sobati Seva Foundation: A true companion
✪ A journey from diseases to wellness
✪ Awkward problems and hand-holding
✪ "I wish to die!"
✪ Difficulties faced by caregivers
✪ De-addiction from mobiles
✪ Right to enjoy and associated guilt
✪ Art of stopping at the right moment
Hello. Yesterday on 5th December, I could witness a different beginning. My aunt Smt. Varsha Welankar and my uncle Shri. Chandrashekhar Welankar has started a new organization! Actually, my uncle is recently retired from his professional life. But he and the aunt are starting this new innings. This programme was about an informal public opening of their organization- “Sobati Seva foundation.” A small function taking place in presence of family members, dear ones and seniors.
My uncle and aunt are rather unique. They became partners with a view to lead a unique objective and to lead life the way one likes. They are basically journalists. My aunt had come from a humble background with plenty of struggles with the system and she is a journalist with rebellious approach. She works in plenty of areas right from art, drawing, Mandala art to craft made out of newspapers. She is right there into translation and recently health sector also. The uncle is equally unique. He has a smiling face and knows a knack to extract humour out of any serious situation! His English is particularly worth listening and reading! And he is hugely well- read too.
Since 2013, the Aunt’s health problems started with the kidney issues. The word- even uttering it creates a panic in mind- “dialysis” was started and later on many complications happened. She actually had “returned from almost touching the other world!” Later on the kidney transplant was done, but her problems did not end there. Despite of this all troubles, she persuaded her art and her translation work with zest when time and health allowed her. She has translated plenty of books. Some books are horrible. That “Auschwitz’s photographer!” Such horrible book that we suffer badly while just reading it. It is a great dose of depression. But she took it as a challenge and translated it. She had the urge to share all that stuff with the people. And she also has a deep urge to share her experiences. She regularly writes her experiences about her illness, her suffering and her journey. She depicts it as if she is witnessing it from a distance.
Wednesday, October 23, 2019
फिट रहेंगे!!
नमस्कार. आपके साथ मेरी एक नई पहल के बारे में शेअर करना चाहता हूँ|
क्या आपको लगता हैं कि आप फिट हैं और आपको और फिट होना है?
क्या आपको लगता है कि आपने व्यायाम करना चाहिए?
क्या आपको स्वस्थ जीवनशैलि अपनानी है?
और यह सब करते समय आपको कुछ दिक्कतें आती हैं, कुछ प्रश्न आते हैं?
अगर हाँ, तो आपके लिए मै लाया हूँ एक सुन्दर कल्पना| अधिक फिट, अधिक स्वस्थ एवम् सकारात्मक जीवनशैलि की तरफ जाने के लिए एक राहगीर है| अगर आपकी पूरे मन के साथ इच्छा है, तो आपको स्वयं की सहायता करने में मै आपकी सहायता कर सकता हूँ| अगर आपको लगता है कि आपको अधिक फिट, अधिक एक्टीव्ह होना है, तो आपके लिए यह कैसे सम्भव है, इसको ले कर मै आपका साथ दे सकता हूँ|
(पोस्ट का लेखक साईकिलिस्ट, मॅरेथॉनर और योग ध्यान प्रेमी है| कई साईकिल याताएँ, ट्रेकिंग, योग, ध्यान इसके अनुभव ब्लॉग पर उपलब्ध हैं- www.niranjan-vichar.blogspot.in)
शायद आपको लगता होगा कि स्वयं में ऐसा परिवर्तन लाना बहुत कठिन है, समय नही है, फुरसत नही है, कई बन्धन हैं| पर मै आपसे कहना चाहूँगा कि इन सबके बावजूद यह सम्भव है| इसके लिए मेरे पास एक संकल्पना है| आप और आपके साथ होनेवाले आपके मित्र- करीबी इन सबको खुद की सहायता करने के लिए मै सहायता करूँगा| आपका रूटीन, आपका दिनक्रम, आपकी आदतें, आपकी पसन्द, आपने पहले किए हुए व्यायाम इन सबको सामने रख कर मै आपको ऐसा व्यायाम प्रकार बताऊँगा जो आप हफ्ते में पाँच दिन तो जरूर कर सकेंगे| आपके लिए मै उस व्यायाम की एक समय सारणी बनाऊँगा और हर हफ्ते में आप कितने घण्टे एक्टीव्ह हैं, इस पर ध्यान रखूँगा| आप और आपके साथ होनेवाले अन्य लोग इनका हम एक ग्रूप बनाएँगे| इस ग्रूप में मेरे सहित हर कोई हर रोज अपना फिटनेस अपडेट देता रहेगा| तीन महिनों तक मै आपके हर रोज के और हर हफ्ते के फिटनेस घण्टों का रिकार्ड रखूँगा| यदि कभी आप यात्रा कर रहे होंगे, कभी बिजी होंगे, तो उस समय भी आप कौनसे व्यायाम कर सकते हैं, यह भी आपको कहूँगा| आपको यदि दूसरा कुछ व्यायाम करना हो, तो किस तरह से वह किया जा सकता है, यह भी आपसे कहूँगा|
Thursday, May 5, 2016
दोस्ती साईकिल से ३१: श्रीवर्धन में क्या हुआ. . .
दोस्ती साईकिल से १: पहला अर्धशतक
दोस्ती साईकिल से २: पहला शतक
दोस्ती साईकिल से ३: नदी के साथ साईकिल सफर
दोस्ती साईकिल से ४: दूरियाँ नज़दिकीयाँ बन गईं. . .
दोस्ती साईकिल से ५: सिंहगढ़ राउंड १. . .
दोस्ती साईकिल से ६: ऊँचे नीचे रास्ते और मन्ज़िल तेरी दूर. . .
दोस्ती साईकिल से ७: शहर में साईकिलिंग. . .
दोस्ती साईकिल से ८: सिंहगढ़ राउंड २!
दोस्ती साईकिल से ९: दूसरा शतक. . .
दोस्ती साईकिल से १०: एक चमत्कारिक राईड- नर्वस नाइंटी!
दोस्ती साईकिल से ११: नई सड़कों पर साईकिल यात्रा!
दोस्ती साईकिल से १२: तिसरा शतक- जीएमआरटी राईड
दोस्ती साईकिल से १३: ग्रामीण सड़कों पर साईकिल राईड
दोस्ती साईकिल से: १४ "नई साईकिल" से नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से: १५: औंढा नागनाथ के साथ चौथा शतक
दोस्ती साईकिल से: १६: पाँचवा शतक- लोअर दुधना डैम
दोस्ती साईकिल से: १७: एक ड्रीम माउंटेन राईड- साक्री से नन्दुरबार
दोस्ती साईकिल से: १८: तोरणमाळ हिल स्टेशन पर साईकिल ट्रेक!
दोस्ती साईकिल से: १९: हौसला बढ़ानेवाली राईडस!
दोस्ती साईकिल से: २०: इंज्युरी के बाद की राईडस
दोस्ती साईकिल से: २१: चढाई पर साईकिल चलाने का आनन्द
दोस्ती साईकिल से: २२: सिंहगढ़ राउंड ३ सिंहगढ़ पर फतह!
दोस्ती साईकिल से: २३: नई हैं मन्जिलें. . नए है रास्ते नया नया सफर है तेरे वास्ते. . .
दोस्ती साईकिल से: २४: अप्रैल की गरमी में १४८ किलोमीटर
दोस्ती साईकिल से: २५: आँठवा शतक
दोस्ती साईकिल से: २६: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा की तैयारी
दोस्ती साईकिल से २७: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा पर दृष्टिक्षेप. . .
दोस्ती साईकिल से २८: फिर नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से २९: नई साईकिल यात्रा की तैयारी की राईडस
दोस्ती साईकिल से ३०: चाकण- माणगाँव
श्रीवर्धन में क्या हुआ. . .
६ दिसम्बर २०१५ की देर रात माणगाँव के लॉज में नीन्द नही लगी| दिन भर पसीना बहने के कारण और शायद शरीर से शक्कर कम होने के कारण देर रात तक पेशाब के लिए बार बार जाना पड़ा| उसी कारण से नीन्द भी नही आयी| आखिर कर देर रात डेढ बजे कुछ सुकून मिला और नीन्द ने अपनी शरण में लिया| लेकिन फिर भी अधिक नीन्द नही हुई| डेडलाईन का काम करना था, इसलिए सुबह साढ़ेचार बजे उठ कर तैयार हुआ| लैपटॉप पर ढाई घण्टे तक काम किया| उसके बाद व्यायाम भी किया| आज समन्दर के तट पर पहुँचना है- श्रीवर्धन और फिर उसके बाद कोंकण में दक्षिण की तरफ बढ़ना है| आज कमसे कम १२० किलोमीटर का लक्ष्य है| सुबह निकलते समय इसके बारे में बिल्कुल भी शंका नही है|



Monday, May 2, 2016
दोस्ती साईकिल से ३०: चाकण- माणगाँव
दोस्ती साईकिल से १: पहला अर्धशतक
दोस्ती साईकिल से २: पहला शतक
दोस्ती साईकिल से ३: नदी के साथ साईकिल सफर
दोस्ती साईकिल से ४: दूरियाँ नज़दिकीयाँ बन गईं. . .
दोस्ती साईकिल से ५: सिंहगढ़ राउंड १. . .
दोस्ती साईकिल से ६: ऊँचे नीचे रास्ते और मन्ज़िल तेरी दूर. . .
दोस्ती साईकिल से ७: शहर में साईकिलिंग. . .
दोस्ती साईकिल से ८: सिंहगढ़ राउंड २!
दोस्ती साईकिल से ९: दूसरा शतक. . .
दोस्ती साईकिल से १०: एक चमत्कारिक राईड- नर्वस नाइंटी!
दोस्ती साईकिल से ११: नई सड़कों पर साईकिल यात्रा!
दोस्ती साईकिल से १२: तिसरा शतक- जीएमआरटी राईड
दोस्ती साईकिल से १३: ग्रामीण सड़कों पर साईकिल राईड
दोस्ती साईकिल से: १४ "नई साईकिल" से नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से: १५: औंढा नागनाथ के साथ चौथा शतक
दोस्ती साईकिल से: १६: पाँचवा शतक- लोअर दुधना डैम
दोस्ती साईकिल से: १७: एक ड्रीम माउंटेन राईड- साक्री से नन्दुरबार
दोस्ती साईकिल से: १८: तोरणमाळ हिल स्टेशन पर साईकिल ट्रेक!
दोस्ती साईकिल से: १९: हौसला बढ़ानेवाली राईडस!
दोस्ती साईकिल से: २०: इंज्युरी के बाद की राईडस
दोस्ती साईकिल से: २१: चढाई पर साईकिल चलाने का आनन्द
दोस्ती साईकिल से: २२: सिंहगढ़ राउंड ३ सिंहगढ़ पर फतह!
दोस्ती साईकिल से: २३: नई हैं मन्जिलें. . नए है रास्ते नया नया सफर है तेरे वास्ते. . .
दोस्ती साईकिल से: २४: अप्रैल की गरमी में १४८ किलोमीटर
दोस्ती साईकिल से: २५: आँठवा शतक
दोस्ती साईकिल से: २६: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा की तैयारी
दोस्ती साईकिल से २७: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा पर दृष्टिक्षेप. . .
दोस्ती साईकिल से २८: फिर नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से २९: नई साईकिल यात्रा की तैयारी की राईडस
दोस्ती साईकिल से ३०: चाकण- माणगाँव
६ दिसम्बर की सुबह छह बजे चाकण से निकला| एक बड़ी साईकिल यात्रा तो करनी है ही| साथ में लैपटॉप ले कर काम भी करते रहना है| सुबह ५ बजे से दोपहर २ बजे तक साईकिल चलाऊँगा और दोपहर कुछ देर विश्राम करने के बाद लॉज में रूक कर लैपटॉप पर मेरा काम भी करता रहूँगा, ऐसा सोचा है| लेकिन हम जो सोचते हैं, वह होता नही है! सुबह ६ बजे साईकिल ले कर निकला ज़रूर, लेकिन रात अच्छी नीन्द बिल्कुल नही हुई| बड़ी राईड के लिए निकलने के पहले अक्सर रात की नीन्द बाधित होती है| यह भी नौसिखिए का निशान है| जो व्यक्ति ऐसी राईडस के लिए या एक्सपिशन के लिए अभ्यस्त हुआ होगा, उसे भला रात में चैन से नीन्द क्यो नही आएगी? खैर| आज १२५ किलोमीटर का उद्देश्य है| पुणे जिले के चाकण से कोंकण में माणगाँव तक जाऊँगा| पीछले साल भी इसी रोड़ पर गया था, लेकिन बड़ी मुश्किल से अस्सी किलोमीटर साईकिल चला पाया था| अब देखना है आज क्या होता है| वाकई यह मेरे साईकिलिंग का बहुत बड़ा दिन है|




Friday, April 29, 2016
दोस्ती साईकिल से २९: नई साईकिल यात्रा की तैयारी की राईडस
दोस्ती साईकिल से १: पहला अर्धशतक
दोस्ती साईकिल से २: पहला शतक
दोस्ती साईकिल से ३: नदी के साथ साईकिल सफर
दोस्ती साईकिल से ४: दूरियाँ नज़दिकीयाँ बन गईं. . .
दोस्ती साईकिल से ५: सिंहगढ़ राउंड १. . .
दोस्ती साईकिल से ६: ऊँचे नीचे रास्ते और मन्ज़िल तेरी दूर. . .
दोस्ती साईकिल से ७: शहर में साईकिलिंग. . .
दोस्ती साईकिल से ८: सिंहगढ़ राउंड २!
दोस्ती साईकिल से ९: दूसरा शतक. . .
दोस्ती साईकिल से १०: एक चमत्कारिक राईड- नर्वस नाइंटी!
दोस्ती साईकिल से ११: नई सड़कों पर साईकिल यात्रा!
दोस्ती साईकिल से १२: तिसरा शतक- जीएमआरटी राईड
दोस्ती साईकिल से १३: ग्रामीण सड़कों पर साईकिल राईड
दोस्ती साईकिल से: १४ "नई साईकिल" से नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से: १५: औंढा नागनाथ के साथ चौथा शतक
दोस्ती साईकिल से: १६: पाँचवा शतक- लोअर दुधना डैम
दोस्ती साईकिल से: १७: एक ड्रीम माउंटेन राईड- साक्री से नन्दुरबार
दोस्ती साईकिल से: १८: तोरणमाळ हिल स्टेशन पर साईकिल ट्रेक!
दोस्ती साईकिल से: १९: हौसला बढ़ानेवाली राईडस!
दोस्ती साईकिल से: २०: इंज्युरी के बाद की राईडस
दोस्ती साईकिल से: २१: चढाई पर साईकिल चलाने का आनन्द
दोस्ती साईकिल से: २२: सिंहगढ़ राउंड ३ सिंहगढ़ पर फतह!
दोस्ती साईकिल से: २३: नई हैं मन्जिलें. . नए है रास्ते नया नया सफर है तेरे वास्ते. . .
दोस्ती साईकिल से: २४: अप्रैल की गरमी में १४८ किलोमीटर
दोस्ती साईकिल से: २५: आँठवा शतक
दोस्ती साईकिल से: २६: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा की तैयारी
दोस्ती साईकिल से २७: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा पर दृष्टिक्षेप. . .
दोस्ती साईकिल से २८: फिर नई शुरुआत
नई साईकिल यात्रा की तैयारी की राईडस
अक्तूबर के अन्त में नियमित साईकिल चलाता रहा| बड़ी राईड की जल्दबाजी नही की| छोटी छोटी राईडस एंजॉय करता रहा| जब दो हप्तों तक नियमित रूप से साईकिल चलाता गया, तब काफी हद तक शरीर लय में आता गया| कुछ ही दिनों बाद बड़ी राईडस शुरू की| इस बार जेहन में जो योजना चल रही है, वह लगातार ८- १० दिनों तक साईकिल चलाने की है| इसलिए एक दिन का स्टैमिना काम नही आएगा| कई दिनों तक बड़ी राईडस करने का अभ्यास करना होगा| १ नवंबर को काफी अन्तराल के बाद पहला अर्धशतक किया| साईकिल पर अर्धशतक करने के बाद मिलनेवाला पुराना आनन्द! पुणे नाशिक हायवे से कुछ दूरी पर स्थित एक डैम के पास यह राईड की| वैसे इच्छा तो शतक करने की थी, लेकिन शरीर का सुन कर योजना बदल दी| गति भी अपेक्षा से कम रही| लेकिन बड़ा मज़ा आया|



Tuesday, April 26, 2016
दोस्ती साईकिल से २८: फिर नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से १: पहला अर्धशतक
दोस्ती साईकिल से २: पहला शतक
दोस्ती साईकिल से ३: नदी के साथ साईकिल सफर
दोस्ती साईकिल से ४: दूरियाँ नज़दिकीयाँ बन गईं. . .
दोस्ती साईकिल से ५: सिंहगढ़ राउंड १. . .
दोस्ती साईकिल से ६: ऊँचे नीचे रास्ते और मन्ज़िल तेरी दूर. . .
दोस्ती साईकिल से ७: शहर में साईकिलिंग. . .
दोस्ती साईकिल से ८: सिंहगढ़ राउंड २!
दोस्ती साईकिल से ९: दूसरा शतक. . .
दोस्ती साईकिल से १०: एक चमत्कारिक राईड- नर्वस नाइंटी!
दोस्ती साईकिल से ११: नई सड़कों पर साईकिल यात्रा!
दोस्ती साईकिल से १२: तिसरा शतक- जीएमआरटी राईड
दोस्ती साईकिल से १३: ग्रामीण सड़कों पर साईकिल राईड
दोस्ती साईकिल से: १४ "नई साईकिल" से नई शुरुआत
दोस्ती साईकिल से: १५: औंढा नागनाथ के साथ चौथा शतक
दोस्ती साईकिल से: १६: पाँचवा शतक- लोअर दुधना डैम
दोस्ती साईकिल से: १७: एक ड्रीम माउंटेन राईड- साक्री से नन्दुरबार
दोस्ती साईकिल से: १८: तोरणमाळ हिल स्टेशन पर साईकिल ट्रेक!
दोस्ती साईकिल से: १९: हौसला बढ़ानेवाली राईडस!
दोस्ती साईकिल से: २०: इंज्युरी के बाद की राईडस
दोस्ती साईकिल से: २१: चढाई पर साईकिल चलाने का आनन्द
दोस्ती साईकिल से: २२: सिंहगढ़ राउंड ३ सिंहगढ़ पर फतह!
दोस्ती साईकिल से: २३: नई हैं मन्जिलें. . नए है रास्ते नया नया सफर है तेरे वास्ते. . .
दोस्ती साईकिल से: २४: अप्रैल की गरमी में १४८ किलोमीटर
दोस्ती साईकिल से: २५: आँठवा शतक
दोस्ती साईकिल से: २६: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा की तैयारी
दोस्ती साईकिल से २७: २०१५ की लदाख़ साईकिल यात्रा पर दृष्टिक्षेप. . .
फिर नई शुरुआत
जून २०१५ में लदाख़ में साईकिल चलाने के बाद बड़ा अन्तराल आया| इस यात्रा के बाद हौसला बहुत बढ़ गया था, लेकिन फिर भी तुरन्त बड़ी राईड नही चला पाया| उसके कुछ ही दिन बाद टायफाईड होने के कारण साईकिल रोकनी पड़ी| मन में तो बहुत इच्छा थी, लेकिन बीमारी के कारण साईकिल से दूर रहना पड़ा| टायफाईड से सेहत ठीक होने में करीब दो महिने लगे| इस कारण जून के बाद सितम्बर तक बहुत ही कम साईकिल चलायी| सितम्बर में भी जो राईडस किए, वहाँ पर लगा कि शरीर बहुत जल्द थक रहा है| इसलिए फिर कुछ दिन साईकिल नही चलायी| आखिर कर अक्तूबर में साईकिल चलाना दोबारा शुरू किया| तब अहसास हुआ कि इन तीन- चार महिने के अन्तराल ने मेरी सभी तैयारी को परास्त किया है| अब फिर से स्टैमिना बढ़ाना होगा| फिर से लय प्राप्त करनी है|


